विभाग का संक्षिप्त विवरण
अर्थशास्त्र विभाग, त्रिपुरा विश्वविद्यालय स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की उपाधि से संबंधित पाठ्यक्रमों का संचालन करता है। शैक्षिक वर्ष 2010-11 में अर्थशास्त्र में ऑनर्स पाठयक्रम की प्रस्तुति के साथ विभाग के शैक्षिक क्रियाकलापों ने विस्तृत रूप धारण किया है। स्नातकोत्तर स्तर पर विभाग निम्नलिखित विशिष्ट पत्रों की सुविधाएं उपलब्ध करता है : ग्राम्य विकास और योजना अर्थशास्त्र, पर्यावरण अर्थशास्त्र, स्वास्थ्य अर्थशास्त्र तथा अर्थमिति और सांख्यिकी। इसका पाठयक्रम भी पूर्वोत्तर क्षेत्र तथा राज्य के क्षेत्रीय और स्थानीय आर्थिक विकास से संबंधित पहलुओं की चर्चाओं में सहयोग करता है। सेमेस्टर पद्धति के अंतर्गत छात्रों के पहले बैच ने जून 2010 में पाठयक्रम पूरा कर लिया है। वर्ष 2008 में आरईटी की शुरुआत हुई तथा कोर्सवर्क आधारित पीएच.डी. में सभी पांच शोधार्थियों ने तत्संबंधित विषयों में सफल रहे हैं। विभाग के संकाय सदस्य केन्द्र तथा राज्य सरकार की परियोजनाओं के मूल्याकंन, निरीक्षण तथा परामर्श संबंधी उत्तरदायित्व का भी निर्वहन करते हैं। त्रिपुरा विश्वविद्यालय एस.एस.ए. के लिए एक निरीक्षण संस्था है तथा कापार्ट के लिए संस्थागत निरीक्षक भी है । इस संबंध में सभी तरह की गतिविधियां विभाग के संकाय सदस्यों द्वारा पूरी की जाती हैं।
स्थापना वर्ष
1978
विभागाध्यक्ष
प्रो. शुभ्रबरन दास