'चार-वाल-ज्ञान' और 'वास्तविक जीवन' की स्थिति के बीच की खाई को पाटने के लिए कार्य करता है यह मूल रूप से 'करकर सीखना' दृष्टिकोण है विभिन्न जागरूकता शिविर, क्षमता निर्माण, कौशल प्रशिक्षण आदि के माध्यम से ग्रामीणों की भलाई के लिए छात्रों को सीधे उनके सीखने का मौका मिलता है। यह इकाई सेमिनार, कार्यशालाओं, संगोष्ठी और लघु अवधि के पाठ्यक्रमों का भी आयोजन करती है।
शिक्षण और सीखने की गुणवत्ता को समृद्ध और अनुसंधान, क्रिया अनुसंधान और मूल्यांकन अध्ययनों के माध्यम से केंद्र आर्थिक रूप से स्थायी होने में भी मदद करता है।
सफलता की कहानियों, केस स्टडी के दस्तावेज़ीकरण में शामिल है और हाथों की आउट, जर्नल, माइमोज़, पुस्तकें, कामकाजी कागजात, दस्तावेजी फिल्में आदि प्रकाशित करता है।
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अंतिम अद्यतनीकरण : 30/06/2024 02:00:59
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